कानपुर। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने सोमवार सुबह 10:15 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मझावन का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण की शुरुआत दवा वितरण काउंटर से की गई, जहां मरीज शिवप्यारी की पर्ची पर दर्ज दवाओं की उपलब्धता की जांच की गई। सभी दवाएं मौके पर उपलब्ध मिलने पर जिलाधिकारी ने संतोष जताया।
निरीक्षण के दौरान जब उन्होंने एक्सरे व्यवस्था की जानकारी ली तो मेडिकल ऑफिसर डॉ. दिनेश भगरिया ने बताया कि केंद्र में डिजिटल एक्सरे मशीन पिछले एक वर्ष से रखी हुई है, लेकिन फिल्म डेवलपर मशीन न होने के कारण इसका उपयोग नहीं हो पा रहा है। मरीजों को एक्सरे कराने के लिए निकटवर्ती स्वास्थ्य केंद्रों पर जाना पड़ता है। इस पर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी व्यक्त की और मुख्य चिकित्सा अधिकारी से स्पष्टीकरण तलब किया। उन्होंने कहा कि मशीन और टेक्नीशियन मौजूद होने के बावजूद एक्सरे न होना गंभीर लापरवाही है।इसके बाद जिलाधिकारी ने पैथोलॉजी और प्रसव वार्ड का निरीक्षण किया और निर्देश दिए कि संस्थागत प्रसव की संख्या बढ़ाई जाए तथा मरीजों को हर संभव बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जाए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मरीजों और तीमारदारों से भी संवाद कर स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति जानी।
मेडिकल ऑफिसर डॉ. दिनेश ने जानकारी दी कि सोमवार को 78 मरीजों ने ओपीडी सेवाओं का लाभ लिया, जबकि 34 मरीजों की जांच पैथोलॉजी में हुई।
जिलाधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं के अनुरूप स्वास्थ्य सेवाओं का संचालन पूरी गुणवत्ता और पारदर्शिता के साथ होना चाहिए और किसी भी प्रकार की शिथिलता स्वीकार नहीं की जाएगी।
एक्सरे मशीन बेकार, मरीजों को भटकना पड़ा—डीएम ने जताई नाराजगी
