कानपुर ।राष्ट्रीय दिव्यांग पार्टी द्वारा नौकरी रोजगार स्वास्थ शिक्षा सुरक्षा की सौ फीसदी गारन्टी की मांग को लेकर सांसद देवेंद्र सिंह भोले के काकादेव स्थिति आवास पर खाट बिछाओ अधिकार दिलाओ आन्दोलन के तहत प्रदर्शन व ज्ञापन देने गए थे| राष्ट्रीय दिव्यांग पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार और उनके साथी सांसद देवेंद्र सिंह भोले के आवास पहुंचे और अपनी मांगों को पूरा करने के लिए भिक्षा नहीं रोजगार चाहिये जीने का अधिकार चाहिये नारेबाजी करने लगे।सांसद देवेंद्र सिंह भोले के पी आर ओ ने पहले अभद्रता की ।करीब दो घंटे कड़ी धूप में दिव्यांग खटिया में बैठे रहे काफी देर के बाद जब सांसद या कोई उनका प्रतिनिधि नही आया तो इधर सैकड़ो की संख्या में दिव्यांगों की हालत नाजुक देख जब अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार ने संपर्क किया तो जानकारी हुई की सांसद देवेंद्र सिंह भोले पूजा में व्यस्त है।यह सुन सभी दिव्यांग कार्यालय के बगल में आवास में पेंड के नीचे छांव में खड़े हो गये।भारतीय जनता पार्टी के तीसरी बार सांसद चुने गए देवेंद्र सिंह भोले की विशेष पूजा खत्म होते ही आवास के बाहर आए और घंटो से नौकरी रोजगार स्वास्थ शिक्षा सुरक्षा की सौ फीसदी गारन्टी की मांग कर रहे सभी दिव्यागो पर भड़क उठे और कार्यालय पर आकर ज्ञापन देने बात कही।आवास के बाहर ज्ञापन लेने से मना करते हुए अपने कार्यालय की ओर चल दिया।इधर सांसद देवेंद्र सिंह भोले द्वारा अभद्रता करने व ज्ञापन लेने से मना करने से आहत राष्ट्रीय दिव्यांग पार्टी के अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार अपने कार्यकर्ताओं के साथ बिना ज्ञापन दिए ही वापस चले गए उनका कहना है की राष्ट्रीय दिव्यांग पार्टी दिव्यांगो को उनको नौकरी रोजगार स्वास्थ शिक्षा सुरक्षा की सौ फीसदी गारन्टी का अधिकार दिलाने के लिए अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के यह खाट बिछाओ अधिकार दिलाओ प्रदर्शन कर आंदोलन कर रहे है| जिसमे शहर के सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों का घेराव कर अपनी बात सरकार और शासन तक पहुंचा रहे है उसमे सत्ता और विपक्ष शामिल है।पूर्व में बीजेपी विधायक सुरेंद्र मैथानी और सपा विधायक अमिताभ बाजपाई के आवास व कार्यालय पर दिव्यांग की बात को सुन आश्वाशन दिया।इसी कड़ी में आज जिसमे देश के यशस्वी प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित ज्ञापन देने आए थे लेकिन सांसद जी द्वारा अभद्रता कर दिव्यांगो की बात को नहीं सुना वो अपनी मांग का ज्ञापन दूसरे माध्यमों से अपनी बात प्रधान मंत्री तक पहुंचाएंगे।सांसद देवेंद्र सिंह भोले से आहत वीरेंद्र कुमार ने बताया की अधिकारी सुन नही रहे है। भ्रष्टाचार इस कदर व्याप्त है की दिव्यांगो के कोई काम नही हो रहे है।अधिकारी सुन नही रहे और सरकार के सांसद सुनना नही चाह रहे है।
वैसे कानपुर देहात के सांसद देवेंद्र सिंह भोले का विवादित बोल के लिए जाने जाते है।नौकरी रोजगार स्वास्थ शिक्षा सुरक्षा की सौ फीसदी गारन्टी की मांग करने आए दिव्यांग बिना ज्ञापन दिया हताश और निराश बद्दुआ देते हुए चल गये। प्रदर्शन में राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेन्द्र कुमार के अलावा जिला अध्यक्ष राहुल कुमार, अल्पना कुमारी, दिलिप कुमार, आशीष कुमार, गुड्डी दीक्षित, वैभव दीक्षित, तृप्ति खरे, जौहर अली, अनुराधा गुप्ता, सीमा कुशवाहा, गोमती, याशमीन, सरला, जितेन्द्र गुप्ता , अर्जुन कुमार, राहुल विश्वकर्मा, ममता, सोनी, बब्लू गौतम, भगवानदास आदि शामिल थे।
आखिरक्यू बिना ज्ञापन दिए मायूस होकर लौटे राष्ट्रीय दिव्यांग पार्टी के कार्यकर्ता
