– यज्ञ देवताओं का सम्मान करने, देवताओं को हर चीज के लिए धन्यवाद देने और हमारे द्वारा जीवन भर किए गए किसी भी पाप के लिए मांफी मांगने का अवसर प्रदान करता है – स्वदेश स्वरुप जी महाराज वृंदावन वाले
बागपत, उत्तर प्रदेश।
जनपद बागपत के अग्रवाल मण्ड़ी टटीरी में चल रहे श्री शनि धाम एवं श्री खाटू श्याम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव के पांचवे दिन भगवानों की मूर्तियों को वस्त्राधिवास कराया गया। स्वदेश स्वरुप जी महाराज वृंदावन वालों के पावन सानिध्य में भगवानों की मूर्तियों की विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना हुई। संध्या के समय यज्ञ का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने बढ-़चढ़कर भाग लिया और यज्ञकुंड़ में अपने क्षेत्र व समस्त विश्व की सुख, शांति व समृद्धि के लिए आहुतियां डाली। स्वदेश स्वरुप जी महाराज वृंदावन वालो ने बताया कि हिन्दू धर्म में यज्ञ एक बहुत महत्वपूर्ण क्रिया होती है। यज्ञ देवताओं का सम्मान करने, देवताओं को हर चीज के लिए धन्यवाद देने और हमारे द्वारा जीवन भर किए गए किसी भी पाप के लिए मांफी मांगने का अवसर प्रदान करता है। बताया कि यज्ञ सकारात्मक प्रभाव पैदा करने और अवांछित प्रभावों से बचने के लिए किए जाते है। कहा कि यज्ञ के समय मंत्रो से निकलने वाली ध्वनि मानसिक और आध्यात्मिक रूप से बहुत सुकून प्रदान करने वाली होती है। यज्ञ मन, शरीर, आत्मा और वातावरण को शुद्ध करता है। यज्ञ में औषधीय जड़ी-बूटियों के धुएं से रोग पैदा करने वाले कीटाणुओं से मुक्ति मिलती है। प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव के पांचवे दिन की व्यवस्था को सफल बनाने में आचार्य पंड़ित मनोहर लाल जी निबाली वाले, मंदिर के मुख्य पुजारी अनिल शास्त्री, श्री शनि धाम एवं श्री खाटू श्याम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रवीण गोयल, उपाध्यक्ष विनोद गोयल, सचिव अंकुर शर्मा, कोषाध्यक्ष नितिन मानव, सहकोषाध्यक्ष तरूण गुप्ता, पूर्व चेयरमैन प्रमोद गुप्ता, समाज सेवी संजीव शर्मा, दीपक गोयल, मयंक गोयल, कमलकांत शर्मा, विष्णु मित्तल, केशव गोयल, विकास मानव, प्रवीण चौधरी, राजेन्द प्रसाद आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।