नशे को जड़ से मिटाने की प्रतिबद्धता के साथ नगर जमीयत की नशा मुखालिफ मुहिम सम्पन्न
हर साल सैकड़ो मौत होती है कैसर जैसी गंभीर बीमारी से
11 दिन में 17 रैलियों द्वारा हज़ारों लोगों को नशे के नुक्सानों से वाक़िफ कराया गया, जमीयत उलेमा के कार्यकर्ता नशे की लत छुड़ाने में मदद करेंगे
कानपुर :- नगर जमीयत उलेमा के जेरे़ एहतमाम 21 दिसम्बर से शुरू होने वाली नशा मुखालिफ मुहिम आज 17 वीं रैली मीरपुर में नशे को जड़ से ख़त्म करने की प्रतिबद्धता और दुआ के साथ सम्पन्न हुई। इन 11 दिनों में जाजमऊ के विभिन्न क्षेत्रों, रजबी रोड, नई सड़क, परेड, रावतपुर, बाबूपुरवा, पुराना कानपुर, रमईपुर, भैंसिया हाता, किदवई नगर, चमनगंज, मछरिया, पटकापुर, फूलबाग, जूही लाल कालोनी, बांसमण्डी, कुली बाज़ार, मीरपुर में कुल मिलाकर 17 रैलियां निकाली गईं जिसमें हज़ारों लोगों ने उपस्थिति दर्ज कराई। आखिरी दिन 11 बजे कुली बाज़ार, 2 बजे मीरपुर से रैली निकाली गई।
नगर अध्यक्ष डा. हलीमुल्लाह खां जो अपने बुढ़ापे के बावजूद हर रैली में शरीक रहे और लोगों को नशे से बचने की तलक़ीन करते रहे, उन्होंने कहा कि फिलहाल 11 दिन की मुहिम चलाई गई है लेकिन यह काम पूरी ज़िन्दगी करने का है। उन्होंने कहा जमीयत उलेमा के कार्यकर्ता नशे की लत छुड़ाने में मदद करेंगे।
उपाध्यक्ष मौलाना नूरूद्दीन अहमद क़ासमी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि आज अगर हमने नशे और गंदगी दूर करने के मामले में संजीदगी से कोई ठोस क़दम नहीं उठाया और अपने जवानों और बच्चों की फिक्र नहीं की तो फिर इतिहास हमको कभी माफ नहीं करेगा। अगर आज यह क़दम नहीं उठाया गया तो अपने बच्चों की तबाही के हम भी बराबर के ज़िम्मेदार होंगे। हर पल, हर क्षण अपने घरवालों, दोस्तों, पूरे समाज को नशे से बचाने की फिक्र होनी चाहिए, यह देश की सबसे बड़ी खि़दमत होगी।
हाफिज़ मुहम्मद नदीम ने जमीयत उलेमा के ज़िम्मेदारों व कार्यकर्ताओं को इस महान मुहिम के लिये मुबारकबाद देते हुए कहा कि आगे और बड़े पैमाने पर यह मुहिम चलाई जानी चाहिए, जमीयत उलेमा अपने बुजुर्गां के मिशन पर आज भी का़यम है और यही इस जमाअत की पहचान है।
नगर उपाध्यक्ष महमूद आलम कुरैशी ने विस्तारपूर्वक नशे के नुक़्सानात से अवाम को आगाह किया और नशे के आदि नौजवानों से अपील की कि वह नशे की आदत छुड़ाने के लिए हम से सम्पर्क करें।
मौलाना मुहम्मद तारिक़ क़ासमी ने कहा कि शारीरिक संघर्ष के साथ अल्लाह की बारगाह में दुआ भी करें कि हमारी यह कोशिशें कुबूल हो जायें।
हाफिज़ वलीउद्दीन ने लोगों से कहा कि हमारी यह मुहिम सद्क़ा ए जारिया है, अगर एक व्यक्ति भी इस मुहिम के द्वारा सही रास्ते पर आ गया तो हमारी आखिरत के लिये बेहद मुफीद होगा।
नगर जमीयत के कार्यकारिणी सदस्य हाफिज़ मुहम्मद रिज़वान सिद्दीक़ी अवाम को जागरूक करते हुए जमीयत उलेमा इस मुहिम में भरपूर साथ देने के लिये शहरवासियों और पुलिस, प्रशासन का विशेष तौर पर शुक्रिया अदा भी किया।
आखिरी दिन की दोनों रैलियों में मुफ्ती मुहम्मद हारून क़ासमी, हाफिज़ मुहम्मद आलम, मुहम्मद उमर शरीफ, इस्लामुद्दीन ग़ाज़ी, नासिर कुरैशी, अरविन्द त्रिवेदी, राजा खान, तनवीर एडवोकेट, अशोक अवस्थी, खालिद सिद्दीक़ी, नौशाद कुरैशी, अनस अहमद, मुहम्मद आदिल, ऐजाज़ अहमद समेत बड़ी संख्या में लोग शरीक हुए।