मनीष गुप्ता
कानपुर। नौबस्ता स्थित द रॉयल चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में रविवार सुबह ओटी स्टाफ संतोष कुमार सिंह (27) का शव ओटी से जुड़े चेंजिंग रूम में संदिग्ध हालात में मिला। शव के पास सुकॉल दवा की खाली शीशी और सिरींज पाई गई। पुलिस का कहना है कि इंजेक्शन से दवा का ओवरडोज लेकर आत्महत्या की गई है, लेकिन परिजनों ने इस पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि मामले की गहराई से जांच नहीं की जा रही है।
चकेरी के शिवकटरा निवासी संतोष शनिवार रात नाइट शिफ्ट में ड्यूटी पर गए थे। सुबह जब साथियों ने दरवाजा खोला तो वह मृत पाए गए। अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए।
डीसीपी साउथ दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सुसाइड का मामला लग रहा है, हालांकि परिजनों ने सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल और स्टाफ से पूछताछ की मांग की है। परिजनों का आरोप है कि संतोष का किसी से विवाद नहीं था, ऐसे में उनकी मौत संदिग्ध लग रही है। पुलिस ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
निजी अस्पताल में इंजेक्शन से मौत, परिजनों ने सीसीटीवी व कॉल डिटेल जांच की मांग की
