कानपुर लिट्रेचर सोसाइटी के अंतर्गत होने वाला साहित्यु, संगीत व कला का महासंगम और शहर का सबसे बड़ा आयोजन कानपुर लिट्रेचर फेस्टिवल एक बार फिर गौर हरी सिंघानिया इंस्टीट्यूट में 23-24 दिसंबर को होने जा रहा है। विगत वर्षों की तरह इस बार भी इस उत्सव में सेलिब्रिटीज के साथ ही लेखकों, संगीतकारों और बुद्धिजीवियों की शिरकत रहेगी। आयोजन 2 दिन का होगा जिसमें साहित्य, संगीत, इतिहास से जुड़े हर तरह के सत्र होंगे। नीचे आप दोनों दिन होने वाले कार्यक्रमों का विवरण, क्रमसहित देख सकते हैं।
23 दिसंबर, 2023
1. कार्यक्रम का उद्घाटन शनिवार को दोपहर 1:30 बजे मशहूर म्यूजिक डायरेक्टर R. D. Burman पर बनी, फिल्म ‘Pancham Unmixed के साथ होगा, इसके बाद डॉ आलोक बाजपेई डायरेक्टर ब्रह्मानंद सिंह से फ़िल्म के बारे में चर्चा करेंगे।
2. फेस्टिवल का उद्घाटन दोपहर 3 बजे होगा। उद्घाटन के बाद सत्र हिन्दी के अनोखे हस्वाक्षर प्रस्तुत किया जाएगा, इसमें मुंबई यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर एवं कवि हूबनाथ पांडे के साथ कानपुर केVSSD कॉलेज में हिन्दी के विभागाध्यक्ष एवं कवि पंकज चतुर्वेदी की बातचीत होगी।
3. अगला सत्र “द इसरो स्टोरी इंडिया ऑन मून” होगा, जिसे जाने-माने साइंस एडिटर और नेशनल अवॉर्ड विजेता पल्लव बागला प्रस्तुत करेंगे।
4. इसके बाद ‘कालजयी नाम से सत्र होगा, जिसमें सुप्रसिद्ध संगीतज्ञ पंडित कुमार गंधर्व के शताब्दी वर्ष के अवसर उनकी बेटी कलापिनी कोमकली अपनी प्रस्तुति देंगी
5. इस सत्र के बाद हिन्दी की चर्चित कथाकार सुधा अरोड़ा से उनकी कहानियों और उपन्यासों पर लेखिका अनीता मिश्र बात करेंगी, इस सत्र का नाम होगा ‘एक औरत की नोटबुक’।
6. 23 दिसंबर का अंतिम सत्र होगा ‘साग मीट, यह प्रसिद्ध साहित्यकार भीष्म साहनी के एक नाटक का नाम है, जिसका निर्देशन जानी-मानी फ़िल्म एक्टर व थिएटर आर्टिस्ट् सीमा भार्गव पाहवा ने किया है।
24 दिसंबर, 2023
1. अगले दिन, 24 दिसंबर की शुरुआत Sugar, Spice and Everything Nice’ नाम के सत्र से होगी। यह दरअसल एक शॉर्ट फ़िल्म का नाम है जिसे कानपुर की अनुष्का अग्रवाल ने निर्देशित किया है
2. दिन का दूसरा सत्र होगा ‘अदबी बैठक, जिसमें तीन शायर अनस फ़ैज़ी, अभिषेक शुक्ला और पवन कुमार (IAS) अपने चुनिन्दा कलाम सुनाएंगे और इन शायरों से बातचीत करेंगी कानपुर की रचनाकार भावना मिश्रा।
3. तीसरा सत्र होगा हिन्दी फ़िल्मों का अकेला गीतकार’ यह फ़िल्म इंडस्ट्री के चहेते गीतकार शैलेन्द्र के शताब्दी वर्ष के अवसर पर उन्हें समर्पित होगा। इस सत्र को प्रस्तुत करेंगे All India Radio के कार्यक्रम विविध भारती के मकबूल प्रस्स्रोता पूनुस खान।
4. इसके बाद का सत्र होगा ‘अटल जी का हिन्दुस्तान और आज का भारत, इस सत्र को प्रस्तुत करेंगे पूर्व PMO अधिकारी व राजनीतिज्ञ सुधीन्द्र कुलकर्णी और इसकी अध्यक्षता श्रमिक भारती के गणेश पाण्डेय करेंगे। यह सत्र Communism से लेकर Communalism और Consumerism तक सभी विचारधाराओं पर रोशनी डालने वाला होगा।
5. अगला सत्र होगा ‘बन्ट्रे में है दम’ जिसमें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता और बॉलीवुड के जाने-माने गीतकार, प्लेबैक सिंगर व लेखक स्वानंद किरकिरे कानपुर के दर्शकों का मनोरंजन करेंगे स्वानंद किरकिरे ने बॉलीवुड की तमाम सुपरहिट फ़िल्मों के गीत लिखे हैं, जो हर उम्र के लोगों के बीच खूब पसंद किए जाते हैं मसलन काय पो चे, ओह माई गॉड, बर्फी, सिंघम, इंग्लिश विन्न्लिश आदि।
6. 24 दिसंबर का आखिरी सत्र होगा ‘कालजयी, जिसमें भारतीय संगीत परंपरा के गौरव कुमार गंधर्व के सुपुत्र भुवनेश कोमकली अपने पिता के जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर उन्हें समर्पित एक संगीतमय प्रस्तुति देंगे।
तमाम कार्यक्रमों के साथ पसंदीदा किताबों को खरीदने के लिए बुक स्टॉल भी होंगे। साथ ही फूड स्टाल होंगे कुल
मिलाकर कानपुर लिट्रेचर फेस्टिवल कानपुर वासियों के लिए पूरा वीकेंड साहित्, संगीत, कला, ज्ञान और मनोरंजन से भरपूर होने जा रहा है. इसके साथ ही फेस्टिवल में कुछ और भी आकर्षण होंगे, जैसे कला प्रदर्शनी, इनस्टॉलेशन गैलरी, फ़ोटोग्राफी गैलरी वगैरहा इस साल लिटरेचर फेस्टिवल के पहले दिन कानपुर के साहित्यकार अमरीक सिंह दीप को उनके साहित्यिक योगदान के
लिए सम्मानित किया जाएगा। उनके उपन्यास ‘तीर्थाटन के बाद पर बॉलीवुड निर्देशकने ‘ढाई घर’ नामक फ़िल्म बनाई है।
प्रेस मीट में डायरेक्टर अंजलि तिवारी ने फेस्टिवल के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए सभी शहरवासियों को शिरकत करने के लिए आमंत्रित किया है साथ ही GHS-IMR के डायरेक्रटर राहुल गोयल, डॉ आलोक बाजपेई, फ़िल्म लेखक व अभिनेता अतुल तिवारीव लिटरेचर फेस्टिवल की समस्त टीम मौजूद थी।