कानपुर। पनकी थानाक्षेत्र में रविवार रात एक लाख का पर्सनल लोन न चुका पाने के कारण तनाव में जूझ रहे फुटवियर कारीगर मूलरूप से उन्नाव के बिहार के रहने वाले मनीष कुमार दीक्षित (36) ने जान दे दी। कारीगर ने अपने दोस्त की आईडी से अप्रैल माह में एक लाख का लोन लिया था। परिजनों ने बताया कि वह एक माह से वह काम पर नहीं जा रहा था, साथ ही आज उसे पर्सनल लोन की किस्त जमा करनी थी। जिसके लिए उसके पास लगातार फोन आ रहा था। जिससे परेशान होकर उसने यह कदम उठा लिया। चाचा शिवकांत दीक्षित ने बताया कि 10 वर्षों से पनकी ईडब्ल्यूएस, गंगागंज कालोनी में पत्नी प्रियंका व तीन बेटी आशी, आन्या व वान्या के साथ रहते थे। वहीं दोस्त अनीस ने बताया कि अप्रैल माह में उन्होंने अपनी आईडी से आनलाइन एप के माध्यम से मनीष को एक लाख का लोन दिलाया था। जिसकी एक साल तक प्रतिमाह आठ हजार रुपये किस्त भरनी थी। अनीस के अनुसार शुरुआती दो किस्ते भरने के बाद मनीष दो किस्तें नहीं भर पाया था, जिस पर उन्होंने दो किस्तें अदा की थी। इसके बाद अनीश ने उससे भरने को कहा था। सूचना पर पहुंची पुलिस और फोरेंसिक टीम ने जांच पड़ताल के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
लोन की किश्त न दे पाने के तनाव से युवक ने दी जान
