कानपुर नगर, चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के अधीन संचालित नगला निरंजन दीवानी रोड स्थिति कृषि विज्ञान केंद्र पर ग्रामीण युवकों एवं पशुपालकों को आत्मनिर्भर बनाने एवं स्वरोजगार के लिए बकरी पालन एक लाभकारी व्यवसाय विषय पर सात दिवसीय प्रशिक्षण के अंतिम दिन विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर उपस्थित सभी को कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर विकास रंजन चौधरी ने पर्यावरण के महत्व एवं जलवायु परिवर्तन पर बहुत ही उपयोगी जानकारी प्रदान की। डॉक्टर रंजन ने प्रशिक्षणर्थियों को संबोधित करते हुए बकरी पालन प्रशिक्षण के उपरांत रोजगार करने के लिए प्रेरित किया और कहा कि बकरी पालन ऐसा व्यवसाय है कि इसके सभी उत्पाद उपयोगी होते हैं l केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ सुशील कुमार ने सभी प्रतिभागियों से आवाहन किया कि बकरी पालन व्यवसाय को नवीनतम तकनीकियों को अपनाकर अधिक से अधिक लाभ कमाए। केंद्र के पशु पालन वैज्ञानिक डॉक्टर देवेंद्र स्वरूप ने बकरी पालन के लिए आवश्यक मूलभूत सुविधाएं स्थान चयन जनपद के लिए प्रमुख नस्ल ,जैसे बरबरी, जमुनापारी, बीटल, सिरोही के पहचान व कुंड उनके आवास व्यवस्था तथा खान पान एवं रखरखाव , विषय पर जानकारी प्रदान किया । केंद्र के वैज्ञानिक डॉ विकास रंजन चौधरी , डॉक्टर आर. एन. सिंह , डॉक्टर विनोद कुमार एवं समस्त प्रतिभागियों ने केंद्र पर स्थापित विभिन्न प्रदर्शन इकाइयों नाडेप कंपोस्ट इकाई , वर्मी कंपोस्ट ,औषधि वाटिका , अजोला उत्पादन इकाई , नेपियर हरा चारा इकाई आदि का भ्रमण कर अवलोकन कराया।केंद्र के मौसम वैज्ञानिक नरेंद्र वर्मा ने प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण का पूरा लाभ लेकर बकरी व्यवसाय को और लाभकारी बनाने का आवाहन किया l सुखबीर सिंह. भूप सिंह सिंह ,रतन सिंह सर्बेश कुमार , कुमार ,अशोक कुमार , सुमी देवी ,चंद्रकली , रसमी देवी , चंद्र कली देवी के साथ सहित किशनी, करहल,भोगांव , सुल्तानगंज के 25 प्रतिभागियों ने भाग लिया ।