कानपुर-पोस्टमॉर्टम हाउस फुल हो गया है शव रखने की जगह नहीं बची लगातार आ रही लाशों के चलते अतिरिक्त जगह और डॉक्टरों की डिमांड की गई है पीएम हाउस में भीषण दुर्गंध फैल गई है ज्यादातर मौतों का कारण भीषण गर्मी बताया जा रहा है, आधिकारिक तौर पर मौत की वजह स्पष्ट नहीं है। वैसे भी मौत गर्मी से हुई या नहीं, यह पोस्टमॉर्टम से पता भी नहीं चलता, पोस्टमॉर्टम करते पतारा सीएचसी के डॉ. अश्विनी बाघमरे गश खाकर जमीन पर गिर पड़े साथी डॉक्टर और पोस्टमॉर्टम हाउस के स्टाफ ने ठंडा पानी डाला, तब उन्हें होश आया पोस्टमॉर्टम हाउस प्रभारी डॉ. नवनीत चौधरी की भी हालत बिगड़ गई। पोस्टमॉर्टम हाउस में हालात कंट्रोल करने और अव्यवस्थाओं को ठीक करने के लिए डीएम ने सीएमओ और एडीएम को भेजा है पांच डॉक्टरों की टीम पोस्टमॉर्टम करने में जुटी है इसमें डॉ. विपुल, डॉ. आंबेडकर, विनीत सोनकर, डॉ. मुन्ना लाल, डॉ. आशीष मिश्रा और डॉ. नवनीत चौधरी शामिल हैं पोस्टमॉर्टम हाउस में चार डीप फ्रीजर में 3 खराब पड़े हैं। एक डीप फ्रीजर में केवल 4 शव रखे जा सकते हैं एक के ऊपर एक शव रखने पड़ रहे हैं। शवों से उठ रही दुर्गन्ध कम करने के लिए एक संस्था ने 2 टन का एसी मंगाया गया है शुक्रवार को सुबह से देर शाम तक 38 शवों का पोस्टमॉर्टम हुआ इनमें 7 लावारिस शव शामिल हैं शनिवार को पोस्टमॉर्टम हाउस में 58 शव रखे हैं, इनमें से 45 लावारिस हैं सीएमओ आलोक रंजन ने बताया कि शव ज्यादा आ रहे हैं इसके लिए अस्थाई कमरे का इंतजाम किया जा रहा है रिपोर्ट आने के बाद हम कह सकते हैं कि इन लोगों की मौत कैसे हुई? लावारिस शवों को देखते हुए पोस्टमॉर्टम हाउस ने जिला प्रशासन से शवों को रखने के लिए अतिरिक्त जगह की मांग की है साथ ही सीएमओ से पोस्टमॉर्टम के काम में अतिरिक्त डॉक्टर लगाने की भी मांग की, ताकि हालात कंट्रोल किए जा सकें
पोस्टमॉर्टम हाउस फुलः शवों से फैली दुर्गंध, रखने के लिए मांगा रैन बसेरा
