कानपुर-सहायक आयुक्त (खाद्य), कानपुर नगर द्वारा गठित विशेष टीम ने जिले में खाद्य सुरक्षा को लेकर एक बड़ी कार्रवाई की है खुफिया सूचना के आधार पर, टीम ने बुधवार को घाटमपुर स्थित मूसानगर रोड पर जगतपुर में चल रहे लीला डेरी चिलिंग सेंटर पर अचानक छापा मारकर गहन जांच की इस कार्यवाही से इलाके के अन्य दूध कारोबारियों में हड़कंप मच गया, जांच के दौरान, खाद्य सुरक्षा दल ने डेरी परिसर के भीतर दूध के अलावा कई संदिग्ध वस्तुएं संग्रहित पाईं इन वस्तुओं में मुख्य रूप से शामिल थे ट्राइ सोडियम नाइट्रेट यह एक रसायन है जिसका उपयोग आमतौर पर खाद्य उत्पादों में नहीं किया जाता और इसके इस्तेमाल से गंभीर स्वास्थ्य जोखिम हो सकते हैं, नॉन डेरी बेस्ड बेवरेज व्हाइटनर यह अक्सर दूध की मात्रा बढ़ाने और उसे गाढ़ा दिखाने के लिए उपयोग किया जाता है,स्किम्ड मिल्क पाउडर इसे भी दूध में मिलाकर मात्रा और गाढ़ापन बढ़ाने की आशंका जताई गई है टीम ने मौके से दूध के दो नमूनों सहित कुल 5 नमूने संग्रहित किए इन सभी नमूनों को त्वरित जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है, ताकि मिलावट की प्रकृति का पता लगाया जा सके मामले की गंभीरता को देखते हुए, टीम ने गंभीर मिलावट की आशंका पर कुल 7000 लीटर दूध की बिक्री को तत्काल प्रभाव से निरोधित/जब्त कर दिया है। यह दूध अब जांच रिपोर्ट आने तक बाजार में नहीं बेचा जा सकेगा, खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने भारी मात्रा में मिली संदिग्ध सामग्री को सीज कर दिया है। सीज की गई सामग्री का विवरण इस प्रकार है, 98 किलोग्राम ट्राइ सोडियम नाइट्रेट, 250 पैकेट स्किम्ड मिल्क पाउडर, 25 पैकेट नॉन डेरी बेस्ड बेवरेज व्हाइटनर, सीज की गई सामग्री को खाद्य कारोबारकर्ता की सुरक्षित अभिरक्षा में दे दिया गया है इसके अलावा, सहायक आयुक्त (खाद्य) के निर्देश पर, थाना घाटमपुर में खाद्य कारोबारकर्ता के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में एफआईआर भी दर्ज करा दी गई है यह कार्यवाही मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त संदेश देती है।
घाटमपुर में लीला डेरी चिलिंग सेंटर पर छापा, 7000 लीटर दूध जब्त, खतरनाक रसायन और मिल्क पाउडर सीज