चेन्नई,। प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) सीजन-12 का रोमांच अपने चरम पर है और अब मुकाबले प्लेऑफ की दिशा तय कर रहे हैं। इसी कड़ी में शनिवार को त्यागराज इंडोर स्टेडियम में खेले गए 78वें मैच में पुनेरी पल्टन ने तमिल थलाइवाज को 36-23 के बड़े अंतर से हराकर शानदार जीत दर्ज की और सीजन की प्लेऑफ में जगह बनाने वाली दूसरी टीम बन गई। दबंग दिल्ली केसी पहले ही शीर्ष-8 में प्रवेश कर चुकी है।
पुनेरी पल्टन का यह प्रदर्शन पूरी तरह टीमवर्क और रणनीतिक अनुशासन का उदाहरण था। कप्तान असलम इनामदार (7 अंक) ने नेतृत्व की मिसाल पेश की, जबकि पंकज मोहिते (9 अंक) ने शानदार रेडिंग से विपक्षी डिफेंस को छिन्न-भिन्न कर दिया। डिफेंस में गुरदीप (5 अंक) और विशाल भारद्वाज (4 अंक) दीवार बनकर खड़े रहे और हर मौके पर थलाइवाज के रेडरों को रोकने में सफल रहे।
दूसरी ओर, तमिल थलाइवाज का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। उनके स्टार रेडर अर्जुन देसवाल (6 अंक) अपनी लय नहीं पकड़ सके, जबकि डिफेंस में केवल अरुनंथबाबू (4 अंक) और नितेश (3 अंक) ही कुछ हद तक प्रभावित कर सके। टीम का तालमेल और संयम पूरे मैच में कमजोर दिखा, जिसके चलते उन्हें सीजन की 14वीं भिड़ंत में आठवीं हार का सामना करना पड़ा।
मैच की शुरुआत:
पल्टन ने शुरुआती मिनटों से ही मुकाबले पर पकड़ बना ली। कप्तान असलम इनामदार ने मल्टीपॉइंट रेड के जरिए अपनी टीम को 3-1 की बढ़त दिलाई। इसके तुरंत बाद विशाल भारद्वाज ने अर्जुन देसवाल को टैकल कर थलाइवाज को बड़ा झटका दिया। पंकज मोहिते ने अगली रेड में नितेश को आउट करते हुए थलाइवाज को सुपर टैकल की स्थिति में ला दिया। इसके बाद उन्होंने शानदार दो अंक लेकर विपक्ष को आलआउट की ओर धकेला और पल्टन ने यह मौका भुनाते हुए स्कोर 10-1 कर लिया।
थलाइवाज की कोशिशें और पल्टन का नियंत्रण:
आलआउट के बाद अर्जुन देसवाल ने मल्टीपॉइंट रेड से खाता खोला, लेकिन पंकज और असलम की जोड़ी ने पल्टन को मजबूती से आगे बनाए रखा। पहले क्वार्टर के बाद पल्टन 12-3 से बढ़त पर थी। दूसरे क्वार्टर में थलाइवाज ने कुछ अच्छे मूव्स किए — देसवाल ने बोनस लिया, अरुनंथबाबू ने पंकज को टैकल किया — लेकिन पल्टन के जवाब तेज और सटीक रहे। हाफ टाइम तक स्कोर 20-11 पर पहुंच गया था और पल्टन ने लगभग मैच को अपनी मुट्ठी में कर लिया था।
दूसरे हाफ में पल्टन का दबदबा जारी:
हाफटाइम के बाद भी पुनेरी पल्टन ने अपने लय को बरकरार रखा। अरुनंथबाबू की एक गलती से थलाइवाज का सुपर टैकल मौका गया और विशाल ने रोहित को लपककर उन्हें दोबारा आलआउट की स्थिति में ला दिया। रौनक और नितेश ने पंकज को टैकल कर थोड़ी राहत दी, लेकिन जल्द ही अबिनेश ने देसवाल को चौथी बार आउट कर दिया, जिससे थलाइवाज की उम्मीदें टूटती चली गईं।
अंतिम क्वार्टर में पल्टन की अटूट बढ़त:
तीसरे क्वार्टर के अंत तक स्कोर 25-16 था। थलाइवाज ने कंडोला की दो अंकों की रेड से वापसी की कोशिश की, लेकिन असलम ने तुरंत उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया। आखिरी तीन मिनटों में थलाइवाज के पास सुपर टैकल का मौका था, मगर वैभव की शानदार रेड ने पल्टन की बढ़त को और मजबूत कर दिया। थलाइवाज ने मोहित को सुपर टैकल कर दो अंक जरूर लिए, लेकिन जल्द ही वे आलआउट से नहीं बच सके और अंततः 23-36 से मैच हार गए।
पल्टन का सफर और आगे की राह:
यह जीत पुनेरी पल्टन के लिए सीजन की 14 में 11वीं जीत रही, जिससे वे प्लेऑफ में जगह बनाने वाली दूसरी टीम बन गए। टीम का यह प्रदर्शन उनके संतुलित संयोजन का परिणाम है — जहां असलम इनामदार की कप्तानी में रेड और डिफेंस दोनों में स्थिरता दिख रही है।
थलाइवाज के लिए अब आगे का सफर मुश्किल होता जा रहा है। लगातार हारों ने न केवल अंक तालिका में उनकी स्थिति कमजोर की है, बल्कि आत्मविश्वास पर भी असर डाला है। उन्हें अब शेष मुकाबलों में अपने रेड संयोजन और डिफेंस दोनों में सुधार करना होगा, तभी वे वापसी की उम्मीद रख सकते हैं।