कानपुर में खूंखार कुत्तों का आतंक लोग हुवे परेशान

कानपुर-जहाँ एक तरफ कानपुर को औद्योगिक नगरी कहा जाता था वही दूसरी तरफ अब ये आवारा कुत्‍तों के आतंक का गढ़ बन गया है। आम जनमानस का आवारा मवेशी वा आवारा कटिले कुत्तो से लोग परेशान हो गए है एक तरफ कानपुर शहर को स्मार्ट सिटी का भी दर्जा दिया जा रहा है। कानपुर शहर मे जगह-जगह
नई-नई चीजों की सुंदरता देखने के लिए मिल रही है साथ ही लगातार कानपुर शहर में मेट्रो का कार्य भी लगातार दिन पर दिन तेजी से बढ़ रहा है क्योंकि कानपुर को स्वच्छ सुंदर एवं उभरता हुआ कानपुर बनाना है वही कानपुर वासी कुछ आवारा मवेशी एवं कटीले कुत्तों से बेहद परेशान है आईए जानते हैं जनता का हाल कही

रात में तो सड़क पर पैदल या बाइक से चलना बहुत मुश्किल हो जाता हैं। बाइकसवार और साइक‍िल सवारों पर कुत्‍ते आये दिन हमलावर हो जाते हैं। बारिश में स्किन इंफेक्शन कुत्तों को खतरनाक बनाता है. यही कारण है कि कुत्ता काटने के केस बारिश में अधिक होते हैं. बरसाती मौसम में कुत्तों को स्किन इंफेक्शन से लेकर एक्टोपेराटाइट बीमारी होती ।

सड़कों पर घूम रहे बेसहारा कुत्ते अब खूंखार हो गए हैं। जिनका आतंक अब लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
ये खूंखार कुत्ते लोगों पर कई बार हमलावर कर चुके हैं।
कहीं-कहीं तो सोशल मीडिया में वीडियो वायरल होते हैं की कई आवारा पागल कुत्तों ने कई मासूमों की जान भी ले ली है। वही कानपुर शहर के कई जगहों पर
बेकनगंज,चमनगंज नई सड़क,बाँसमण्डी,घंटाघर लगभग समस्त कानपुर में कुत्तों का आतंक दिन प्रतिदिन जारी है प्रतिदिन इन खूंखार कुत्तों का कोई न कोई शिकार बनता रहता है रात में जब लोग बाइक से निकलते हैं ये खूंखार कुत्ते उनके पीछे काटने के लिए दौड़ते है जिससे बचने के प्रयास में लोगो का एक्सीडेंट भी हो जाता है।
बेकनगंज,चमनगंज,बाँसमण्डी, लाटूश रोड,घंटाघर,शास्त्रीनगर, विष्णपुरी, आजादनगर, बर्रा समेत कई इलाकों में पिछले दिनों कुत्तों के आतंक से लोग परेशान है कई लोगों को काट चुके है।

रात को बुजुर्ग, बच्चे और महिलाएं घर से निकलने को डरती है।लगातार ये कुत्ते किसी न किसी को घायल कर रहे है।
वही जब शहर में बरसात होती है तो कटीले कुत्ते
वर्तमान में स्थिति यह है कि शहर की हर गली, सड़क, सरकारी दफ्तर, पार्क अपार्टमेंट स्कूल के बाहर कुत्तों का झुंड नजर आ जाएगा। पाश इलाके भी कुत्तों के आतंक से अछूत नहीं है। तिलक नगर आर्य नगर, स्वरूप नगर, दर्शनपुरवा, रामबाग, मरियमपुर, रामकृष्ण नगर, गांधी नगर, जवाहर नगर, ईदगाह, परेड चौराहा, परमट, फेथफुलगंज कैन्ट , मीरपुर कैंन्ट खपरा मोहाल शांति नगर, ग्वालटोली बेगम पुरवा बेगमगंज चमनगंज मुंशी मुन्शा पुरवा नई सड़क डाकखाना कानपुर सेंट्रल रोड विजयनगर जवाहर नगर अशोक नगर पटका पुरवा माल रोड
छपेड़ापुलिया, नमक फैक्ट्री चौराहा आदि क्षेत्रों में कुत्तों का आतंक है।
स्थिति यह है कि अब तो नगर निगम भी नतमस्तक है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत कुत्तों का बंध्याकरण कराके पकड़े गए स्थान पर छोड़ देता है।
आंकड़ों के अनुसार अप्रैल 2023 तक एक लाख कुत्तों में 19 हजार कुत्तों का बंध्याकरण हो पाया था यदि यही स्थिति रही तो 10 साल में बंध्याकरण हो पाएगा।और लोग लगातार इन खूंखार कुत्तो का शिकार बनते रहेंगे।
अब सोचने का विषय ये हैं कि क्या ज़िम्मेदार लेंगे इस गम्भीर मुद्दे पर संज्ञान या फिर लोग यूँही होते रहेंगे कुत्तों के कारण अप्रिय घटनाओं का शिकार?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

नमस्कार,J news India में आपका हार्दिक अभिनंदन हैं, यहां आपकों 24×7 के तर्ज पर पल-पल की अपडेट खबरों की जानकारी से रूबरू कराया जाएगा,खबर और विज्ञापन के लिए संपर्क करें- +91 9044953076,हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें साथ ही फेसबुक पेज को लाइक अवश्य करें।धन्यवाद