कानपुर। लाजपतनगर स्थित एक हॉस्पिटल के तीसरे तल पर स्थित 307 नंबर प्राइवेट रूम के बाथरूम में रविवार की सुबह वॉर्ड आया का शव पड़ा मिला। पुलिस ने जहरीला इंजेक्शन लगाकर जान देने की आशंका जताई है। आया छह साल से रावतपुर में एक महिला के परिवार के साथ रह रही थी। लाजपत नगर के हॉस्पिटल में वॉर्ड आया के पद पर एक महीने से नौकरी कर रही थी। पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंची मां ने बताया कि मूलरूप से बिहार के जिला सिवान के गोपालगंज सासामऊ निवासी युवती की मां राबिया पोस्टमाॅर्टम हाउस पहुंची। उसने बताया कि पति बिस्मिल्लाह की मौत के बाद वह अपने दो बच्चों साहिल और राहिद को पाल रही है। बेटी चांदनी छह साल पहले नौकरी करने के लिए शहर आई थी। आरोप लगाया है कि रावतपुर में रहने वाली लक्ष्मी गुप्ता अपने घर में रखे थी। उसका बेटा शादी का दबाव बना रहा था। उसने अपने परिवार के साथ मिलकर बेटी की हत्या की है। वहीं, लक्ष्मी गुप्ता का कहना है कि पहले उनका बेटा अभय सर्वोदय नगर स्थित एक हॉस्पिटल में चांदनी के साथ काम करता था।दोनों की वहीं पर मुलाकात हुई और प्रेमसंबंध हो गए। चांदनी ने बताया था कि यदि वह मां के बुलाने पर बिहार वापस गई तो वह उसे जिंदा नहीं छोड़ेंगी। उन्होंने चांदनी की मां को कई बार फोन करके शहर आकर दोनों बच्चों की शादी करने की बात कही लेकिन वह तैयार थीं। रविवार सुबह उन्हें चांदनी की मौत की जानकारी पुलिस ने दी। नजीराबाद इंस्पेक्टर राजकेसर के अनुसार, रविवार की सुबह जब डयूटी बदली तो चांदनी कहीं नजर नहीं आई। इस कारण स्टॉफ ने उसे ढूंढना शुरू किया। बाथरूम का दरवाजा बंद होने पर शंका हुई तो दरवाजा तोड़ा गया। वहां जमीन पर चांदनी के शव पड़ा मिला। पुलिस को मौके पर इंजेक्शन व कुछ दवाएं मिली हैं। प्रथम दृष्टया बाथरूम में जहरीला इंजेक्शन लगाकर सुसाइड करना प्रतीत हो रहा है। पोस्टमॉर्टम वीडियोग्राफी और पैनल से कराया जा रहा है।
हॉस्पिटल में वॉर्ड आया की मौत, मां ने परिवार पर लगाया हत्या का आरोप
