स्वराज वृद्ध आश्रम के बुजुर्गों ने 8 साल बाद ऑपरेशन विजय सुप्रीमों को अपने बीच देख जताई खुशी दिल खोल कर दिया आशीर्वाद*
ऑपरेशन विजय सुप्रीमों शिवमंगल सिंह ने अपनी नातिन का जन्मदिन स्वराज वृद्ध आश्रम में मनाते हुए कहा बुजुर्गों का आशीर्वाद अमूल्यवान*
अपने नातिन का जन्मदिन वृद्ध आश्रम में मनाने पहुंचे ऑपरेशन विजय सुप्रीमों ने कहा जिनके बुजुर्ग यहां उन परिवारों का भविष्य खतरनाक*
बुजुर्गों के पास अनमोल शक्ति जो युवा ना ले पाए वही बुराइयों से ग्रसित हो स्वयं व समाज को करते बर्बाद- शिवमंगल सिंह*
*👉वृद्ध आश्रम में नातिन का जन्मदिन मनाने पहुंचे शिवमंगल सिंह ने बुजुर्गों से कहा सबसे अधिक शक्ति आपके पास तभी यहां आया*
बुजुर्गों को समाज का सबसे ज्यादा शक्तिशाली मानते हुए, गैर राजनीतिक, देशव्यापी, देश के कई महामहिमों एवं वरिष्ठ माननीयों द्वारा सराहनीय “ऑपरेशन-विजय” (बुराइयों के खिलाफ जंग) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवमंगल सिंह आईपी अपनी नातिन सूर्यवी का जन्मदिन मनाने कानपुर के उस स्वराज वृद्ध आश्रम में पहुंचे जहां के बुजुर्गों से 8 साल पूर्व 2016 में सामाजिक बुराइयों के खिलाफ शुरू किए विशेष अभियान के परिवर्तन रथों को एक बड़े कार्यक्रम के तहत फूल बाग में हरी झंडी दिखवाकर रवाना किया गया था, जिसकी ना सिर्फ कानपुर बल्कि उत्तर प्रदेश व देश में ऑपरेशन विजय सुप्रीमो के इस बुजुर्गों के सम्मान में उठाए गए कदम की सराहना हुई थी।
स्वराज वृद्ध आश्रम में 8 साल बाद अपने नातिन का जन्मदिन मनाने पहुंचे ऑपरेशन विजय सुप्रीमो शिवमंगल सिंह आईपी को अपने बीच देखकर स्वराज वृद्ध आश्रम के बुजुर्गों की खुशी का ठिकाना ना रहा, उन्होंने दिल खोलकर न सिर्फ उनकी नातिन सूर्यवी यादव को जन्मदिन पर आशीर्वाद एवं शुभकामनाएं दी बल्कि ऑपरेशन विजय सुप्रीमो व ऑपरेशन विजय सुप्रीमो के साथ कार्य करने वाले हजारों पदाधिकारियों को भी आशीर्वाद एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा, कि आज तक कितने लोग स्वराज वृद्ध आश्रम में आए, लेकिन जो शांति ऑपरेशन विजय सुप्रीमो शिवमंगल सिंह आईपी जी के यहां आने से मिलती है, वह किसी के आने से नहीं मिलती।
साथ ही उन्होंने कहा कि आपका यह अभियान वास्तव में समाज कल्याण के लिए है, जिसके लिए हम सब ना सिर्फ आशीर्वाद देते हैं, बल्कि ईश्वर से प्रार्थना भी करते हैं, कि आपका यह अभियान सफल हो और हमारी तरह और समाज के बुजुर्गों को वृद्ध आश्रम का रास्ता ना देखना पड़े।
ऑपरेशन विजय सुप्रीमो के साथ वृद्ध आश्रम में सुरभि का जन्मदिन मनाने पहुंचाने वालों में उनके सिर्फ करीबी पारिवारीजन ही थे।