कानपुर, नसीम अख्तर एडवोकेट विधिक सलाहकार उत्तर प्रदेश राज्य हथकरघा निगम लिमिटेड ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि डूडा के परियोजना अधिकारी कर के व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार किये जाने के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री को सम्बोधित शिकायती प्रार्थना पत्र रजिस्टर्ड डाक द्वारा भेजी थी जिसकी कापी प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अविजात,निदेशक डूडा, नगर आयुक्त, कानपुर नगर को दी थी। नगर आयुक्त उसी दिन व्यक्तिगत रूप से मिलकर शिकायती पत्र दिया था, जिस पर उन्होंने तुरन्त जांच के आदेश अपर नगर आयुक्त तृतीय अमित कुमार भारती को सौंपते हुए एक सप्ताह के अन्दर रिपोर्ट प्रेषित करने का निर्देश दिया था।अपर नगर आयुक्त तृतीय एवं तेज कुमार परियोजना अधिकारी एक ही समुदाय के है। अपर नगर आयुक्त ने जानबूझ कर इस जांच को लटकाये रखा और आज 19 सितम्बर महो गयी परन्तु नगर आयुक्त को जांच रिपोर्ट नहीं सौंपी।क्योंकि परियोजना अधिकारी का 30 सितम्बर 2024 को रिटायरमेन्ट है। इसीलिये अपर नगर आयुक्त द्वारा जांच रिपोर्ट सौंपने में जानबूझ कर देरी की जा रही है। यह नगर आयुक्त के निर्देश का खुला उल्लंघन किया जा रहा है। रविवार को जब मैनें अपने मित्र कैबिनेट मंत्री राकेश सचान को उनके निज निवास किदवई नगर में अपर नगर आयुक्त की शिकायत की तो मंत्री ने अपर नगर आयुक्त तृतीय को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि नगर आयुक्त ने आपको डूडा के भ्रष्ट परियोजना अधिकारी के विरूद्ध जांच के निर्देश दिये थे और एक सप्ताह में रिपोर्ट मांगी थी, परन्तु आप द्वारा जानबूझ कर जांच में देरी की जा रही है जिसमें मिली भगत की भू आ रही है। मुख्य विकास अधिकारी कानपुर नगर ने भी सजारी व घाटमपुर में डूडा द्वारा बनाये गये आवास निर्माण की जांच हेतु 09 सदस्यी कमेटी गठित की है। मेरा 30 सितम्बर को रिटायरमेन्ट होने जा रहा है मेरा कोई कुछ भी नहीं कर पायेगा, क्योंकि अब मात्र 10 दिन शेष बचे है। उक्त अधिकारी के विरूद्ध आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई जो अचम्भित करने वाली है। वार्ता के दौरान एडवोकेट नसीम अख्तर शाकिर अली उस्मानी, सोनेलाल गौतम, आदि लोग रहे।