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कानपुर
मर्चेंट चैंबर ऑफ उत्तर प्रदेश, कानपुर इनकम टैक्स बार एसोसिएशन एवं कानपुर चार्टर्ड अकाउंटेंट सोसाइटी के संयुक्त तत्वाधान में यूनियन बजट में प्रत्यक्ष कर में प्रस्तावित संशोधनों का विस्तारपूर्वक विश्लेषण का आयोजन किया गया।
सीए मनोज फडनीस, सत्र के मुख्य वक्ता एवं पूर्व अध्यक्ष, आईसीएआई, सीए सुधींद्र जैन, सलाहकार, फिस्कल कमिटी, एमसीयूपी, सीए अक्षय गुप्ता, सलाहकार, कॉर्पोरेट अफेयर्स कमिटी, एमसीयूपी, सचिव द्वारा दीपक जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए सीए अक्षय गुप्ता ने मैक्रो इकोनॉमिक तथा सीए सुधींद्र जैन ने प्रत्यक्ष कर प्रस्ताव पर अपना विचार रखे। सीए मनोज फडनीस ने कर दरों में परिवर्तन, चैरिटेबल ट्रस्ट में संशोधन, पूंजीगत लाभ मे टीडीएस/टीसीएस
तलाशी और जब्ती असेसमेंट एवं री-असेसमेंट में परिवर्तन, एंजल टैक्स की समाप्ति, धारा 47 में संशोधन (व्यक्ति या एचयूएफ द्वारा दिया गया उपहार), शेयरों की बायबैक पर कराधान, गृह संपत्ति और पीजीबीपी से आय में परिवर्तन जैसे विषयों पर बताया । उन्होंने बताया टैक्स स्लैब को 15 लाख रुपये तक बढ़ाया गया, लेकिन 7.5 लाख रुपये तक की आय पर धारा 87ए के तहत लाभ कम किये गए है । एम्प्लायर द्वारा एनपीएस में योगदान 10% से बढ़ाकर 14% किया गया। सभी असेस्ट्स के लिए लम्बी अवधि के लिए लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन दर को 12.5% तथा धारा 112 ए के तहत मूल छूट सीमा 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.25 लाख रुपये की गई। किसी भी रूप में प्राप्त की गई प्रोफेशनल इनकम 194C (2%) के अधीन न होकर 194(J) के अनुसार 10% टीडीएस के अधीन होगी। आभूषण, घड़ियां, कार जैसी लक्ज़री आइटम्स की 10 लाख रुपये से अधिक की खरीद पर 1% से टीसीएस लगेगा। किटबा के अध्यक्ष एडवोकेट नरपत जैन द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया। इस अवसर पर चैंबर के सदस्य संतोष कुमार गुप्ता, सीए मनु अग्रवाल, स्वर्ण सिंह, शोभित गुप्ता, छवि जैन, अतुल मेहरोत्रा , सचिव महेंद्र नाथ मोदी आदि उपस्थित थे।
यूनियन बजट का विस्तार पूर्वक विश्लेषण
