कानपुर-बुधवार को मोहर्रम की 10 तारीख यौमे आशूरा पर नवासए पैगम्बर हजरत इमाम हुसैन शहीद-ए-आजम, शहीदे-ए-कर्बला की शहादत की याद में छोटी कर्बला ग्वालटोली व बड़ी कर्बला नवाबगंज में हजारों अकीदतमंदों ने पहुंचकर कर्बला के 72 प्यासे शहीदों और शहीदे आजम हजरत इमाम हुसैन की बारगाह में हाजरी का नज़राना पेश किया दोनो कर्बलाओं में हजारों ताजिये दफनाए गये मातमी जुलूसों में छूरी तलवार और जंजीर का मातम करके हजरत हुसैन के चाहने वालों ने अपने को लहुलुहान किया, पूरे दिन सैकड़ों जुलूस और हजारों ताजिये छोटी कर्बला ग्वालटोली और बड़ी कर्बला नवाबगंज पहुंचते रहे सैकड़ों मातमी अन्जुमने इमाम आली मकाम हजरत इमाम हुसैन को नौहों और सलाम के द्वारा अकीदत का नजराना पेश की कर्बलाओं में रसूल के चाहने वाले पैदल, 4 व्हीलर, 2 व्हीलर, और दर्जनों ट्रक से भी दिन भर आये और हाजरी देते रहे कासिदे सुगरा और कासिदे हुसैन लाखों पैगियों ने बड़ी कर्बला पहुंचकर हाजरी पर फातिहा दिलायी देर शाम तक ताजिये आते रहे और मातमी जुलूस का सिलसिला जारी रहा समितियों ने अमन कैंपों से चाय, शर्बत व पानी से स्वागत किया गया सैकड़ों ताजिये बाबू पुरवा बगाही की कर्बला में भी दफनाएं गये ग्वालटोली छोटी कर्बला में मातमी अन्जुमने तलवार व छूरियों से मातम करते हुए पहुंचे पटकापुर की अन्जुमन मोईनउल मोमिनीन, अन्जुमन रिजविया, अन्जुमन चश्म कौसर अन्जुमन रजाए इस्लाम हीरामन पुरवा से अन्जुमन गुलदस्ते हैदरी, चमनगंज अन्जुमन सक्काऐ हरम, अन्जुमन शमशीर हैदरी, कर्नलगंज से अन्जुमन पंजेतनी, अन्जुमन जुल्फिकारे हैदरी, अन्जुमन अबूतराबिया और व अन्जुमन अनवरे पंजेतनी, बेकनगंज से अन्जुमन मजलूमिया और जाजमऊ से अन्जुमन नासिरउल ईमान, ग्वालटोली से अन्जुमन फिरदौसिया, अन्जुमन मोहम्मदी मोईनउल अजा, अन्जुमन जाफरिया अंजुमन हुसैनी ब्रदर्स, अंजुमन शब्बीरिया और अन्जुमन मासूमिया के भी मातमी जुलूस कर्बला पहुंचे अधिकतर मातमी दस्ते इमाम बारगाह आगामीर मकबरा भवन में समाप्त हुए अकीदत का नजराना पेश करने के लिये श्रद्धालुओं ने खिचड़ा, बिरयानी और ज़र्दे की हजारों डेंगें पकवा कर कर्बला के 72 प्यासे शहीदों की फातिहा दिलायी जगह-जगह कुरान की तिलावत की जा रही शिया मुसलमानों ने आज यौमे आशूरा पर पूरे दिन फाका रहकर शाम कर्बला के 72 शहीदों की बारगाह में हाजरी पर नज़्र दिलाकर फांका तोड़ा इसके उपरांत शामें गरीबा का मंजर पेश करते हुए बानिए मजलिस की तरफ से एक मोमबत्ती जलता थाल और एक सीनी पर कुछ रोटियां लायी गई इसके बाद मातम हुआ और सरदारे अम्बिया हजरत मोहम्मद स.अ. और कर्बला के 72 शहीदों को सलाम का नजराना पेश करने के साथ ही मजलिसे अजा का समापन हुआ इस अवसर पर बाकर मेहदी हसन मेंहदी, हाजी मुनासिफ अली रिजवी, नवाब हैदर अब्बास, हसन अब्बास, जावेद हुसैन, बशीर हैदर, डा जुल्फिकार अली रिज़वी. ताज मिर्जा, कुमैल अब्बास, अख़्तर सीतापुरी नजरे आलम जाफरी,आदिल रिजवी, शारिब, अयाज हैदर, जवाज़ हैदर,रिजवी, नकी हैदर, अरबी साहब,आरिफ अब्बास,हाजी शाहिद हुसैन, रानू नकवी, हसनैन अकबर, एहसान हुसैन, अफसर हुसैन, यूनुस रजा, कासिम अब्बास, हाजी नसीर हसन ,असर कानपुरी, फिरोज कानपुरी, और बशीर हैदर मौजूद थे।
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