कानपुर। भारतीय संविधान के शिल्पकार, ‘सिंबल ऑफ नालेज’ परमपूज्य भारत रत्न बोधिसत्व बाबा साहब डा० अम्बेडकर जयंती की पूर्व संध्या पर “संत रविदास स्मृति महोत्सव-2024” के परम्परागत कार्यक्रम को सम्मिलित करते हुये संत रविदास जयंती समारोह समिति डा० अम्बेडकर नगर विजय नगर कानपुर के तत्वावधान में विगत वर्षों की भांति डा० अम्बेडकर स्मारक स्थल एवं पार्क, अम्बेडकर नगर विजय नगर में भव्य सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का दिव्य आयोजन आम जनमानस की भारी सहभागिता के साथ विद्धान गणमान्य अतिथिगणों की गरिमामई उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। “दुनियां को इन्सानियत और मानवता का पैगाम देने वाले संतो-गुरूओं, महापुरूषों सहित परम पूज्य बाबा साहब डा० अम्बेडकर जी की भव्य प्रतिमा पर पुष्पांजलि एवं माल्यार्पण कर उनके श्री चरणों में नमन करते हुये कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ”। इसके उपरान्त भारतीय संविधान की आदर्श प्रस्तावना को समाहित करते हुये “हम भारत के लोग” शीर्षक के अन्तर्गत समाज में सामाजिक परिवर्तन और भाई-चारे पर आधारित समता मूलक संदेश देकर आदर्श समाज की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में समर्पित बहुजन मिशन के विद्धान गीतकार श्री ऋषि बौद्ध द्वारा हृदय को छू लेने वाले अनेकों गीतों की प्रस्तुति से पूरा माहौल खुशियों से झूम उठा। पूर्व वर्षों की भांति आयोजित 36वें दिव्य समारोह में स्वागत ग्रुप के चेयरमैन श्री अनिल कुमार गुप्ता (अन्नू भईया) के नेतृत्व में आयोजन समिति के सहयोग से परम पूज्य बाबा साहब के मूल मंत्र “शिक्षित बनों” को दृष्टिगत रखते हुये “शिक्षा है अनमोल रतन-पढ़ने का सब करो जतन” शीर्षक के तहत माता सावित्री बाई फुले शिक्षा प्रेरणा कार्यक्रम के अन्तर्गत स्लम एरिया से चिन्हित निर्बल वर्ग के बच्चों को शिक्षा के प्रति प्रेरित करते हुये स्कूली बैग, कापियां, महापुरूषों का साहित्य तथा अन्य पठन-पाठन सामग्री देकर उन्हें प्रोत्साहित करते हुये शिक्षा के महत्व से अवगत कराया गया। बच्चों को प्रेरित करते हुये बताया गण्या कि “शिक्षा के माध्यम से वे अपने सभी सपने साकार कर एक आदर्श समाज की रचना में योगदान कर सकते है। पठन-पाठन सामग्री पाकर बच्चों में उत्साह और खुशियों की लहर देखकर आयोजन समिति को भी अतीव खुशी प्राप्त हुई। सामाजिक सौहार्द्ध सम्मेलन-विचार गोष्ठी श्रृंखला के अन्तर्गत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे अनु० जा०/जनजाति आयोग के पूर्व निदेशक माननीय आर०डी०चन्द्रहास साहित अनेकों गणमान्य विद्धान वक्तागणों ने अपने विचार व्यक्त किये। मुख्य अतिथि ने अपने सम्बोधन में कहा कि “सामाजिक परिवर्तन के आन्दोलनों में सामाजिक क्रांति के महानायकों की अहम भूमिका रही है। उन महानायकों की मानवतावादी सोच और कार्य ने समाज में अमूल-चूल परिवर्तन लाने का महान कार्य किया है। सदियों से शोषित-पीड़ित, निर्बल समाज को अधिकार और बराबरी का जो हक मिला है उसे दिलाने के लिए भारत की पवित्र धरा पर जन्में सतों, गुरूओं, महापुरूषों के अनवरत संघर्ष की एक लम्बी श्रृंखला रही है। जिनमें महान मानवता वादी तथागत बुद्ध, संत कबीर साहेब, संत शिरोमणि गुरू रविदास, महात्मा ज्योतिबा फुले, माता सावित्री बाई फुले, छत्रपति शाहू जी महाराज, परम पूज्य बाबा साहब डा० अम्बेडकर एवं बहुजन नायक मान्यवर कांशीराम साहब का नाम विशेष रूप से उल्लेखनीय है। भारत की इन महान विभूतियों के अपार लोक कल्याण की भावना तथा समाज एवं देश प्रेम के कारण ही आज सकल समाज इनके श्री चरणों में नत मस्तक है। इनके इन्सानियत और मानवता परस्त विचारों की गूंज विश्व के कोने-कोने में सुनाई देती है। हमें इनके बताये मार्ग पर चलकर राष्ट्र, समाज और देश की उन्नति के लिए सतत प्रयासरत रहने की आवश्यकता है। मुख्य वक्ता के रूप में पधारे माननीय गौतम कुमार अम्बेडकर (प्रशासनिक अधिकारी एल.आई.सी) ने अपने सम्बोधन में कहा कि सामाजिक असमानता, भेद-भाव और शोषण का उन्मूलन कर मानवमात्र को मानवोचित गरिमा और सम्मान दिलाकर आदर्श समता मूलक समाज की परिकल्पना देने वाले प्रातः स्मरणीय संत शिरोमणि गुरु रविदास जी की अमर वाणियों पर विस्तृत रूप से प्रकाश डालते हुये जनमानस का आह्वाहन किया कि राष्ट्र एवं समाज के समग्र विकास हेतु हमें महापुरूषों के मानवतावादी सिद्धान्त पर चलकर भेद-भाव, जाति-पाति की ओझी दीवारों को तोड़कर शोषण विहीन, वर्ग विहीन समता मूलक समाज की स्थापना करते हुए वाह्य आडम्बरों के समापन का समुचित प्रयास करना चाहिए। अन्तिम जन के चेहरे पर जब मुस्कान होगी और उन्हें बराबरी का हक अधिकार मिलेगा तब संत शिरोमणि गुरू रविदास जी की परिकल्पना “ऐसा चाहों राज मैं, जहां मिले सभी को अन्न ! छोट-बड़ो सभ सम बसै, रविदास रहें प्रसन्न !” जैसी अमर वाणियां साकार होगी। विशिष्ठ अतिथि माननीय डा० सुनील दोहरे साहब ने कहा कि सामाजिक असमानता की बेड़ियों में जकड़े, निर्बल, अन्त्यज वर्गों के समग्र विकास हेतु उनके गरिमामयी जीवन के लिए समाज के प्रबुद्ध वर्ग को आगे आना आवश्यक है। हमें समाज के हर वर्ग में भाई-चारा बनाकर संविधान के मूल्यों की रक्षा करते हुए समता, समानता, न्याय, बंधुत्व और भाई-चारे पर आधारित समता मूलक समाज बनाकर राष्ट्र की प्रगति में सदैव समर्पित रहना चाहिए। आज की शाम, बाबा साहब के नाम’ श्रृंखला के तहत सुदूर अंचल हमीरपुर से पधारी श्रद्धेय विद्या विश्वकर्मा एण्ड पार्टी-भरूआ सुमेरपुर के प्रख्यात कलाकारों ने विभिन्न सामाजिक गीतों के माध्यम से जनमानस को मंत्र मुग्ध कर दिया। आयोजन समिति की तरफ से निर्बल वर्ग के मद्दगार तथा वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता एवं भारतीय दलित पँथर के प्रान्तीय अध्यक्ष श्री धनीराम पैंथर को अम्बेडकर रत्न से नवाजते हुए भव्य स्वागत और सम्मान किया गया। इस शुभ अवसर पर बड़ी संख्या में गणमान्य अतिथिगणों की उपस्थिति रही जिसमें मुख्य रूप से सर्वश्री जैनाथ गौतम, दिनेश कुमार, नवीन चन्द्र यादव, कीरन कुमार, श्रवण कुमार बौद्ध, सुधा गौतम, बी०पी० अम्बेडकर, इन्जि. ओ०पी० सिंह, प्रो० डा० महेन्द्र सिंह, आशू भाई (प्रबंधक-मून स्टार हास्पिटल) प्रो० आर०सी०धीमान एडवोकेट, इन्जि० आर०वी०गौतम, धनीराम पैंथर, राकेश कुमार जाटव, सीमा शंखवार, प्रशान्त सिंह दोहरे, मृगराज सिंह, कृष्ण कुमार गौतम, अर्जुन प्रसाद, डा० विनोद कुमार, डा० हरीश चौधरी, डा० एम०पी०दोहरे, संजय सचान, डी०आर० आर्या, अन्तर्राष्ट्रीय योगाचार्य डा० ओम प्रकाश झा (आनन्द जी), विनोद इलाहाबादी, रामचन्द्र विकल, खुशनूर बानो, रोशन लाल दोहरे, राज कुमार दोहरे, डा० योगेन्द्र कुमार, मनु यादव, योगेश शंखवार, रतन भूषण, आर०के० गौतम, श्रीकान्त कुरील, देवी प्रसाद तिवारी, रामलाल, अंकुर पाल, राम कुमार कुरील, विनोद कुमार एडवो०, रामगोपाल समुद्रे, सुरेश भारती, प्रकाश हजारिया, देवीदीन भाऊ, रमाकान्त मिश्रा, शिवराम समुद्रे, मनीष भगत, रामनारायण असरेट, अजीत सिंह दोहरे, अजीत सिंह गौतम, आर०ए० गौतम, डा० सुभाष चन्द्रा, ए०के० गौतम, संतोष बाल्मीकि, नियोगी, पारस नाथ यशवन्त कुरील, वृजशशर्मा, हरीनाथ कुमार, देबी दीन प्रधान, राकेश जाटव, रास दास बसी, गुड्डन शुक्ला सहित आयोजन समिति के मुख्य पदाधिकारियों में आर०के० भास्कर, एस०पी०टेक्ला, बब्लू चौधरी, लालता प्रसाद आजाद, लालजीत गौतम, शेषरामभारतीय, मुनेश्वर कुमार गौतम, गुड्डन बाल्मीकि, कलावती बाल्मीकि, बब्लू कुमार गौतम, विफन राम गौतम, मुन्ना गौतम, रविन्द्र पासवान, चन्द्र प्रकाश गौतम, भारत पासवान, कालिका प्रसाद यादव, पन्नालाल जैसवार, सुभाष गौतम, राम गोपाल यादव, मनोज कुमार बौद्ध, ब्रिज बिहारी बौद्ध, सोहन भारती, रोहन भारती, अनुज भारती, दारा दिवाकर, जितेन्द्र गौतम, दिनेश गौतम, मीना खन्ना, संतोष प्रजापति, बलराम गुप्ता, जगदीश गौतम, शिवशंकर वैध, बाबी गुप्ता, प्रियांशू सरोज, प्रेमा गौतम्, श्रीराम गौतम एडवोकेट, नीरज गौतम एडवोकेट, नवीनचन्द्र गौतम एडवोकेट, राकेश बादल एड०, कमल कुमार एड०, राजेश दोहरे, अखिलेश राजवन्त, जीवनलाल कुरील, रामचन्द्र गौतम, मास्टर अमृतलाल, राहुल गौतम, सुरेश गौतम आदि लोग उपस्थित रहें। आये हुये गणमान्य अतिथिगणों समिति की तरफ से प्रतीक चिन्ह एवं साहित्य देकर समिति के मीडिया प्रभारी मुन्ना हजारिया ने स्वागत सत्कार किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता शिवकुमार कुरील ने तथा समस्त कार्यक्रमों का सफल संचालन आयोजन समिति के अध्यक्ष राधेश्याम भारतीय ने किया।