मनीष गुप्ता
कानपुर। केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच ने गोल चौराहा स्थित शहीद चंद्रशेखर आज़ाद प्रतिमा पर विरोध प्रदर्शन किया। विश्व ट्रेड यूनियन फेडरेशन (डब्ल्यूएफटीयू) के स्थापना दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम में सभी यूनियनों के कर्मचारी और नेता बैनर व झंडों के साथ एकत्र हुए और मानव श्रृंखला बनाकर केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के तहत पोस्टल रजिस्ट्री सेवा बंद करने के फैसले का कड़ा विरोध किया। हिंद मजदूर सभा के केंद्रीय संगठन मंत्री श्री तारिणी कुमार पासवान ने उदाहरण देते हुए बताया कि 1 अक्टूबर को कृष्णा नगर पोस्ट ऑफिस से कानपुर से लखनऊ भेजे गए पत्र का शुल्क ₹25 के बजाय ₹55 देना पड़ा। उन्होंने इसे जनता की जेब पर डकैती करार देते हुए कहा कि गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोग अब महंगी स्पीड पोस्ट पर निर्भर होंगे। संयुक्त मंच के संयोजक असित सिंह और श्री पासवान ने कहा कि यह नीति निजी कोरियर कंपनियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लागू की गई है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि रजिस्ट्री सेवा बहाल नहीं की गई तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। इस प्रदर्शन में असित सिंह, तारिणी कुमार पासवान, छबिलाल, योगेश ठाकुर, कैलाश पासवान, राम भरोसे, विजय शंकर, उमेश शुक्ला, गौरव दीक्षित, राजीव खरे, राणा प्रताप सिंह, रमेश सिंह भदौरिया, मोहम्मद वशी, एस.ए.एम. जैदी, आर.पी. कनौजिया, आर.पी. श्रीवास्तव, ओ.पी. रावत, उमाकांत, चंदन सिंह और अन्य शामिल रहे।