कानपुर-सुप्रीम कोर्ट पर पूरा भरोसा है। कानपुर वालों की दुआ है, जो पत्नी को विधायक बनाया। यह बातें सपा के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी ने कोर्ट में पेशी पर जाने से पहले कहीं। आगजनी के मुकदमे में सजा काट रहे सपा के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी को बुधवार को कड़ी सुरक्षा में महाराजगंज जेल से कानपुर लाया गया। लगभग एक साल बाद इरफान को कानपुर लाया गया।
इससे पहले पिछले साल अगस्त में वह कानपुर आए थे। एमपीएमएलए सेशन कोर्ट में चल रहे गैंगस्टर के मुकदमे में आरोप तय होने हैं। मुकदमे में इरफान सोलंकी, रिजवान सोलंकी, शौकत अली, इसराइल आटे वाला, मो. शरीफ, अज्जन उर्फ एजाज और मुर्सलीन खान उर्फ भोलू आरोपी हैं। इसमें इरफान के अलावा रिजवान और इसराइल कानपुर जेल में बंद हैं जबकि बाकी को जमानत मिल चुकी है। इरफान को महाराजगंज जेल से 10 सितंबर को ही कोर्ट में पेश होना था, लेकिन जेल से आई रिपोर्ट में कहा गया था कि इरफान को गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य परीक्षण के लिए ले जाना है। इसलिए कोर्ट में पेश नहीं किया जा सकता। पेशी के लिए किसी अन्य तारीख की मांग की गई थी। इस पर कोर्ट ने 17 सितंबर की तारीख दे दी थी। पेशी पर ले जाते समय जब इरफान ने अपने बेटे से मिलने की कोशिश की, तो पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोका। उनकी हाथ पकड़ने को लेकर पुलिसकर्मियों से झड़प हुई। बोले मेरा बेटा है…क्या मिल नहीं सकता। नसीम सोलंकी के विधायक बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कानपुर की जनता ने हमें जिताया है। यह जनता का प्यार है। मुझे अल्लाह पर पूरा भरोसा है। 2027 का चुनाव हम दोनों साथ-साथ लड़ेंगे।
गैंगस्टर केस में पूर्व विधायक इरफान की पेशी, बोले– कानपुर वालों की दुआ से पत्नी बनीं विधायक
