मनीष गुप्ता
कानपुर। स्वच्छ भारत मिशन की बातें कागज़ों और दीवारों तक ही सीमित नजर आती हैं। बाबू पुरवा क्षेत्र में लगा आकर्षक बोर्ड “I My Babu Purwa” स्थानीय लोगों के अपने मोहल्ले के प्रति प्रेम का प्रतीक तो दिखता है, लेकिन उसके ठीक सामने फैली बदहाल सफाई व्यवस्था इस दावे का मज़ाक उड़ाती नज़र आती है। पूरा इलाका कूड़े-कचरे से पटा पड़ा है। बारिश के बाद जगह-जगह कीचड़ भर गया है, जिससे रास्ता दलदल में बदल चुका है। हालात ऐसे हैं कि बीच सड़क से पशु भी सावधानी से गुजरते दिख रहे हैं। आसपास रहने वाले लोगों को रोजाना इसी गंदगी से होकर गुजरना पड़ता है। स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि कई बार नगर निगम को शिकायत की गई, लेकिन सफाई कर्मी महीनों से यहां झाड़ू लगाने तक नहीं आए। गंदगी के कारण मच्छर, दुर्गंध और संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह स्थिति गंभीर स्वास्थ्य संकट बन सकती है। लोगों का कहना है कि “अगर सच में बाबू पुरवा से प्यार है तो सिर्फ बोर्ड लगाने से नहीं, सफाई करके दिखाइए।” उन्होंने प्रशासन से तत्काल सफाई अभियान चलाकर रास्तों को दुरुस्त करने और कूड़ा उठाने की मांग की है।
I ❤️ My Babu Purwa” का दावा खोखला, गंदगी और कीचड़ में डूबा इलाका
